ओम राउत के डायरेक्शन में बनी फिल्म आदिपुरुष अपनी रेलसेके बाद से ही विवादों में फांसी हुई है। संस्कृत एपिक रामायण से एडेप्टेड आदिपुरुष एक मायथलॉजिकल फिल्म है, जिसे टी-सीरीज और रेट्रोफाइल्स ने प्रोड्यूस किया है और इसे 500 करोड़ के बजट में बनाया गया है। इस फिल्म में किरदारों के खराब चरित्र को लेकर देश में हंगामा खड़ा हुआ है। फिल्म के बैन होने की मांग दिन पर दिन बढ़ती दिखाई दे रही है, ऐसे में मेकर्स ने फिल्म के कंट्रोवर्सी डायलॉग्स को बदल दिया है, वही आज फिल्म आदिपुरुष पर रोक की मांग वाली याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है। बता दे, फिल्म में हुई रामायण की कहानी से छेड़छाड़ और डायलॉग्स के स्तर ने दर्शकों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, जिसके बाद हिन्दू सेना ने फिल्म आदिपुरुष के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में रिट याचिका दर्ज की है। इस याचिका में हिन्दू सेना ने फिल्म को पब्लिक एक्जीबीशन पर रूक लगाने की मांग की है। वहीं आज आदिपुरुष पर रोक की मांग वाली याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच सुनवाई करेगी। ऐसे में हर किसी की निगाह आने वाले फैसले पर टिकी हुई है। बता दे, ये याचिका सोशल एक्टिविस्ट कुलदीप तिवारी और बंदना कुमार ने दाखिल की थी, जिसके बाद जनहित याचिका में सशोधन आवेदन दायर किया गया। इस याचिका में साफ तौर से ये कहा गया कि आदिपुरुष फिल्म में रामायण के किरदारों का चित्रण तोड़-मोड़ के किया गया है और ज मुंतशिर द्वारा लिखे गए डायलॉग्स भी खराब है। आदिपुरुष पर ये आरोप लगाया गया है कि इस फिल्म ने धार्मिक नेताओं, कैरेक्टर्स और आंकड़ों को गलत तरीके से पेश किया गया है, जिससे हिंदू समुदाय और उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है। महर्षि वाल्मीकि जैसे लेखकों की लिखी हुई रामायण में जिस तरह से हिन्दू धार और करैक्टर को पेश किया गया है।