लखनऊ,12 जुलाई 2023 (यूएनएस)। बख्शी का तालाब में मौसेरे भाई ने भाई को लकड़ी के पटरे से पीट-पीटकर हत्या कर दी। दोनों ही शराब के नशे में थे। बताया जा रहा है कि आरोपी की मां का देहांत हो गया था। अंतिम संस्कार करने के बाद वह घर पहुंचा तो उसके भाई ने उसे मां की गाली दे दी। इतने में वह गुस्सा हो गया। फिर गाली देने वाले भाई को पीट-पीटकर घायल कर दिया। इसके बाद परिजन घायल को अस्पताल लेकर गए। साढामऊ स्थित रामसागर मिश्र सौ शैय्या संयुक्त चिकित्सालय में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। साथ ही आरोपी भाई को भी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त लकड़ी का पटरा भी बरामद कर लिया है। मामला थाना क्षेत्र के चंदाकोडर ग्राम पंचायत का मजरा विजयपुर का है। राम प्रसाद गौतम (35) राजगीर (मिस्त्री) का काम करता था। उसी गांव में ही मौसेरा भाई संजय गौतम मजदूरी का काम करता है। पुलिस के मुताबिक, बुधवार सुबह हत्या की सूचना मिली। इसके बाद घटनास्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। थोड़ी ही देर बाद आरोपी को नन्ना क्रॉसिंग के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी अपनी ससुराल बिहार भागने की फिराक में था। आरोपी संजय गौतम ने बताया, सोमवार को उसकी माता सरजू देवी की लोहिया अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। दाह संस्कार के बाद घर पर आए। इसके बाद रात में दारू पीने लगे। उसी दौरान राम प्रसाद ने मां की गाली दे दी। पहले तो उसे मना किया। पर वह मान नहीं रहा था। दोस्ती यारी में गाली दिए जा रहा था। इसके बाद लकड़ी के पटरे से उसे खूब पीटा। वह जब घायल होकर जमीन पर गिर गया तो वहां से भाग गया। मृतक के भाई शिवराज गौतम ने बताया, दोनों भाई छत पर बैठक शराब पी रहे थे। सोमवार रात चीखने की आवाज आई तो जाकर देखा। भाई राम प्रसाद लहुलूहान अवस्था में जमीन पर गिरे थे। आस पास चारों तरफ खून ही खून फैला था। उनके साथ बैठा संजय गौतम मौके से फरार था। भाई को अस्पताल लेकर गए, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। घटनास्थल पर पहुंचे एडीसीपी अभिजीत आर शंकर ने थाना प्रभारी ब्रजेश चंद्र तिवारी को आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने के आदेश दिए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस मामले में मृतक के भाई ने तहरीर दी है। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, संजय गौतम ने 2017 में इटौंजा निवासी रिश्ते में भाई लगने वाले की हत्या कर दी थी। इस मामले में वह तीन वर्ष तक जेल में बंद रहा था। संजय को छुड़वाने के लिए मां ने अपनी जमीन तक बेच डाली थी। एक ग्रामीण ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि संजय गौतम ने अपने पिता की कई वर्ष पूर्व हत्या की थी। इस मामले को दबा दिया गया था। राम प्रसाद की भांजी सीमा गौतम ने बताया कि संजय गौतम रामविलास गौतम और राधे गौतम भाई हैं। लेकिन संजय की हत्यारा प्रवृत्ति को लेकर वह लोग यहां नहीं रहते हैं। सीमा ने बताया कि संजय अपने घर पर किसी की हकदारी ना मांगने के चलते अपनी तीनों बहनों-भाइयों पर सुबह से ही गाली गलौज कर रहा था। इसको लेकर राम प्रसाद ने विरोध किया था। इस बात का गुस्सा उसके अंदर था।