लखनऊ,30 मई 2023 (यूएनएस)। समजावादी पार्टी वरिष्ट नेता व पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने भारत को फिर से विश्व गुरु बनाने के वादे को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीटकर कहा कि भारत को फिर से विश्व गुरु बनाने का सपना, ढोंग-ढकोसले, आडंबर व पाखंड से साकार नहीं हो सकता। यदि भारत को पुनः विश्व गुरु बनाना ही है तो विश्वधम्मगुरुनायक तथागत बुद्ध के वैज्ञानिक, मानवीय व व्यवहारिक रास्ते पर चलकर ही संभव है। हमारा भारतीय संविधान भी देशवासियों को वैज्ञानिक सोच के साथ चलने की प्रेरणा देता है। बता दें कि नई संसद भवन के उद्दघाटन समारोह में धार्मिक गुरुओं के बुलाए जाने के लेकर भी स्वामी प्रसाद मौर्य ने सवाल उठाए थे। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, ष्सेंगोल राजदंड की स्थापना पूजन में केवल दक्षिण के कट्टरपंथी ब्राह्मण गुरुओं को बुलाया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा सरकार का यदि पंथनिरपेक्ष, संप्रभु-राष्ट्र भारत में विश्वास होता तो देश के सभी धर्म गुरुओं यथा बौद्ध धर्माचार्य (भिक्षुगण), जैन आचार्य (ऋषि), गुरु ग्रंथी साहब, मुस्लिम धर्मगुरु (मौलाना), ईसाई धर्मगुरु (पादरी) आदि सभी को आमंत्रित किया जाना चाहिए था। ऐसा न कर भाजपा अपनी दूषित मानसिकता और घृणित सोच को दर्शाया है।उन्होंने आरोप लगाए कि भाजपा सरकार सेंगोल राजदंड की स्थापना कर राजतंत्र के रास्ते पर जा रही है अपितु दक्षिण के ब्राह्मण धर्मगुरुओं को बुलाकर ब्राह्मणवाद को भी स्थापित करने का कुत्सित प्रयास कर रही है। उनहोंने कहा कि सेंगोल राजतंत्र का प्रतीक था आज जब देश में लोकतंत्र हैं ऐसे में राजतंत्र के प्रतीक का क्या काम हैं। बीजेपी सरकार की इसके प्रति दीवानगी इस बात का प्रमाण है कि इसको लोकतंत्र में विश्वास नहीं है, ये लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है।